Daily Milad |
(1) या रब्बेउला मौला ऐसा मेरा जीना हो
धड़कन में बसे काबा सांसों में मदीना हो
(2) तैयबा की जियारत हो ए बार इला मुझको
किस्मत में मेरे अल्लाह जम जम का भी पीना हो
(3) हसनैन के सदके में फरियाद यह पूरी हो
मैं आऊं मदीने में जब हज का महीना हो
(4) हसनैन के बाबा के हाथों से मेरे मौला
मेहशर में मेरे मौला कौसर का पीना हो
(5) या शाहे उमम आका अमल करू अच्छे
आका मेरे जीवन का कुछ ऐसा करीना हो
(6) हसरत है यह वाजिद की ए बारे इला तुझसे
दामन मेरे आका का मेहशर में सफीना हो
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